श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा प्रतिपादित विचारक्रान्ति का सम्प्रत्यय, महत्व एवं अनुप्रयोग

समाज में, परिवार में, मनुष्य जीवन में जो भी समस्याएँ उत्पन्न होती हैं उनका मूल कारण विचारों में गिरावट है; वैचारिक स्तर के निम्न होने पर व्यक्तिगत स्तर पर स्वार्थपरता, महत्वाकांक्षा बढ़ जाती है, पारिवारिक स्तर में छोटी-छोटी बातों में कलह होती है और सामाजिक स्तर पर विकृत परंपराएँ, प्रथाएँ व अपराध बढ़ते...

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المؤلفون الرئيسيون: Pragya Singh (مؤلف), Deepak Singh (مؤلف)
التنسيق: كتاب
منشور في: Dr. Chinmay Pandya, 2015-01-01T00:00:00Z.
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